DESH DHARAM par mitane wala ,SHER SHIVA ka chava tha....MAHAPARAKRAMI param pratapi ,EK hi SHANBHU RAJA tha...... tejpunj tejaswi aankhen, nikal gayi par zuka nai..... drushti gayi par RASHTRONNATI ka divya swapna to mita nai.....dono pair kate shanbhu ke par DHYEYA marga se hata nai....hat kate to kya huwa satkarm kabhi chuta nai.....jivha kati khun bahaya par dharma ka sauda kiya nai...SHIVAJI ka beta tha vo galat rah par chala nai... varsha tinso bit gaye ab shanbhu ke balidanko...kaun hara.. kaun jita.. puchalo sansar ko...koti koti kantho me tera .. aaj jayjaykar hai...shanbhu tu amar ho gaya teri jayjaykar hai....
देश धरम पर मिटनेवाला शेर शिवा का छावा, महापराक्रमी परम प्रतापी, एक ही शंभू राजा था.. तेजपुंज तेजस्वी आँखें, निकल गयी पर ज्हुका नई ..... दृष्टी गयी पर राष्ट्रोंनती का दिव्या स्वप्ना तो मिटा नई .....दोनों पैर कटे शंभू के पर ध्येय मर्ग से हटा नई ....हट कटे तो क्या हुवा सत्कर्म कभी चुत नई .....जिव्हा कति खून बहाया पर धर्मं का सौदा किया नई ...शिवाजी का बीटा था वो गलत रह पर चला नई ... वर्षा तिनसो बिट गए अब शंभू के बलिदंको ...कौन हरा .. कौन जीता .. पुचालो संसार को ...कोटि कोटि कंठो में तेरा .. आज जयजयकार है ...शंभू तू अमर हो गया तेरी जयजयकार है ....
DESH DHARAM par mitane wala ,SHER SHIVA ka chava tha....MAHAPARAKRAMI param pratapi ,EK hi SHANBHU RAJA tha...... tejpunj tejaswi aankhen, nikal gayi par zuka nai..... drushti gayi par RASHTRONNATI ka divya swapna to mita nai.....dono pair kate shanbhu ke par DHYEYA marga se hata nai....hat kate to kya huwa satkarm kabhi chuta nai.....jivha kati khun bahaya par dharma ka sauda kiya nai...SHIVAJI ka beta tha vo galat rah par chala nai... varsha tinso bit gaye ab shanbhu ke balidanko...kaun hara.. kaun jita.. puchalo sansar ko...koti koti kantho me tera .. aaj jayjaykar hai...shanbhu tu amar ho gaya teri jayjaykar hai....
ReplyDeleteदेश धरम पर मिटनेवाला शेर शिवा का छावा, महापराक्रमी परम प्रतापी, एक ही शंभू राजा था.. तेजपुंज तेजस्वी आँखें, निकल गयी पर ज्हुका नई ..... दृष्टी गयी पर राष्ट्रोंनती का दिव्या स्वप्ना तो मिटा नई .....दोनों पैर कटे शंभू के पर ध्येय मर्ग से हटा नई ....हट कटे तो क्या हुवा सत्कर्म कभी चुत नई .....जिव्हा कति खून बहाया पर धर्मं का सौदा किया नई ...शिवाजी का बीटा था वो गलत रह पर चला नई ... वर्षा तिनसो बिट गए अब शंभू के बलिदंको ...कौन हरा .. कौन जीता .. पुचालो संसार को ...कोटि कोटि कंठो में तेरा .. आज जयजयकार है ...शंभू तू अमर हो गया तेरी जयजयकार है ....
ReplyDeleteमातृभुमी के चरण कमलपर जिवन पुष्प चढाया था।
ReplyDeleteहै दुजा दुनया मे कोइ जैसा संभू राजा था॥
जय भवानी जय शिवाजी
ReplyDelete👍👌
ReplyDeleteमहाराज की जय
ReplyDelete